अकबर के वैवाहिक संबंध | जिस वैवाहिक संबंध की नीति का बड़े पैमाने पर आरम्भ अकबर ने किया था, उसके परिणाम बड़े महत्त्वपूर्ण निकले। अकबर ने सर्वप्रथम हरकाबाई से विवाह किया था
अकबर के वैवाहिक संबंध
जिस वैवाहिक संबंध की नीति का बड़े पैमाने पर आरम्भ अकबर ने किया था, उसके परिणाम बड़े महत्त्वपूर्ण निकले। अकबर ने सर्वप्रथम भारमल की पुत्री हरकाबाई से 1562 ई. में विवाह किया, जिससे सलीम (जहांगीर) पैदा हुआ। अकबर ने इसे ‘मरियम उज्जमानी’ का खिताब बख्शा। इस निकट संबंध ने आमेर के राजपरिवार का महत्त्व मुगल दरबार में तथा राजस्थान में बढ़ा दिया।
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मोटा राजा उदयसिंह (मारवाड़) ने भी सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए अपनी पुत्री मानीबाई (जोधाबाई, जगत गुसाई) का विवाह सलीम से किया जिससे शहजादा खुर्रम (शाहजहाँ) पैदा हुआ। आमेर के भगवन्तदास ने अपनी पुत्री मानबाई का विवाह सलीम से किया जिससे शहजादा खुसरो हुआ।
बीकानेर नरेश रायसिंह की पुत्री का संबंध भी जहाँगीर से हुआ। भाटियों के विवाह संबंध भी जैसलमेर की उन्नति के कारण बने। बाद में जोधपुर के शासक अजीतसिंह ने भयवश अपनी पुत्री इन्द्रकुंवरी का विवाह 1714 ई. में मुगल सम्राट फर्रूखसियर से किया। यह अंतिम राजपूत राजकुमारी थी जो मुगल हरम में गई।
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अकबर के वैवाहिक संबंध FAQ
Ans – अकबर ने सर्वप्रथम भारमल की पुत्री हरकाबाई से विवाह किया था.
Ans – अकबर ने सर्वप्रथम 1562 ई. में विवाह किया था.
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