आखा तीज का पर्व | भारत में कई प्रकार के त्यौहार प्रचलित है, इनमें से एक आखा तीज भी है. यह हिन्दू मास के अनुसार वैशाख मास में मनाया जाता है
आखा तीज का पर्व
भारत में कई प्रकार के त्यौहार प्रचलित है, इनमें से एक आखा तीज भी है. यह हिन्दू मास के अनुसार वैशाख मास में मनाया जाता है. यह त्यौहार वैशाख शुक्ला तृतीया को मनाया जाता है. ज्योतिषर्विदों के अनुसार संपूर्ण वर्ष में ‘चैत्र की रामनवमी’ ‘वैशाख की अक्षय तृतीया’ ‘आश्विन का दशहरा’ और ‘फाल्गुन मास का फलरिया दूज’ ऐसी तिथियां है जो दोष रहित है व इनके सभी मुहूर्त शुभ है। इस तिथि को सतुआतीज, परशुराम जयंती एवं देव-पितृतारिणी पर्व भी मनाया जाता है। आर्यसमाजी अक्षय तृतीया को दीक्षा पर्व, ज्ञानपर्व तथा ज्योतिपर्व के रूप में मनाते हैं।
राजस्थान में यह पर्व नई के स्वागत का अवसर होता है। फसल की कटाई-मड़ाई के पश्चात् अक्षय तृतीया पर किसान का घर अन्न से भर जाता है। संपूर्ण वर्ष में यह एकमात्र अबूझ सावा है। इस दिन राज्य में हजारों विवाह विशेषतः बाल विवाह सम्पन्न होते हैं। यह दिन बीकानेर का स्थापना दिवस भी है। अतः वहां इसे और भी अधिक उत्साह से मनाया जाता है।
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आखा तीज का पर्व FAQ
Ans – आखा तीज का त्यौहार वैशाख शुक्ला तृतीया को मनाया जाता है.
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