प्राचीन भारत में यात्रा के दौरान यूनानी रोमन लेखकों का विवरण | Description of Greek Roman writers while traveling in ancient India | यूनानी रोमन लेखकों का विवरण | Description of Greek roman writers |
प्राचीन भारत में यात्रा के दौरान यूनानी रोमन लेखकों का विवरण
प्रमुख यूनानी-रोमन लेखक
- टेसियस
- हेरोडोटस
- मेगास्थनीज
- डाईमेकस
- डयोनिसियास
- टॉलमी
- प्लिनी

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यात्रा का वर्णन
- टेसियस
- यह ईरान का राजवैद्य था. हमारे देश के सम्बन्ध में टेसियस का का विवरण आश्चर्यजनक कहानियों से परिपूर्ण होने के कारण टेसियस का भारत के बारे में दिया गया विवरण अविश्वनीय माना जाता है.
- यूँ तो भारत के प्राचीन दर्शन एवं साहित्य के संबंध में जानकारी के अत्यधिक साधन उपलब्ध हैं, किन्तु भारत के प्राचीन इतिहास की जानकारी के स्त्रोत संतोषजनक नहीं है |
- टेसियस ने भारत के विषय में सम्पूर्ण सूचनाएं ईरानी अधिकारियों से प्राप्त की थी.
- हेरोडोटस
- “हेरोडोटस” को “इतिहास का पिता” कहा जाता है| हेरोडोटस ने अपनी पुस्तक हिस्टोरिका में में ५वी शताब्दी के इसा पूर्व के भारत फारस के संबंध का विवरण किया है.
- परन्तु हेरोडोटस का विवरण भी अनुश्रुतियों व अफवाओं पर आधारित है.
- मेगास्थनीज
- मेगास्थनीज सेल्यूकस निकेटर का राजदूत था.
- जो चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में आया था.
- मेगास्थनीज ने अपनी किताब इंडिका में मौर्य युग की संस्कृति व समाज के बारें में लिखा है.
- मेगास्थनीज चन्द्र गुप्त मौर्य के दरबार में करीब 14 साल तक रहा था.
- डाईमेकस
- डाईमेकस सीरियन नरेश आन्तियोकस का राजदूत था.
- डाईमेकस यात्रा के दौरान बिन्दुसार के दरबार में आया था.
- डाईमेकस का भारत के बारें में विवरण भी मौर्य कालीन युग से संबंधित है.
- डयोनिसियस
- डयोनिसियस मिस्र नरेश फिलेडेफल्स का राजदूत था.
- डयोनिसियास भारत में यात्रा के दौरान सम्राट अशोक के दरबार में आया था.
- टॉलमी
- टॉलमी ने दूसरी शताब्दी में भारत के भूगोल नामक पुस्तक लिखी थी.
- टाँलेमी एक प्रसिद्द ज्योतिष थे.
- टॉलमी ने पृथ्वी के एक चक्कर लगाने में चन्द्रमा द्वारा लगे समय का निर्धारण किया था.
- टॉलमी ने प्रकाश के नियम को प्रतिपादित किया था.
- प्लिनी
- प्लिनी ने प्रथम शताब्दी में नेचुरल हिस्ट्री नामक पुस्तक लिखी थी.
- इस पुस्तक में भारतीय पशुओं, खनिज-पदार्थों, वा पेड़-पौधों के बारें में लिखा है.
- नेचुरल हिस्ट्री में भारत का भी कई जगहों पर उल्लेख है और ऐसा विवरण भी दिया है, व कहीं नहीं मिलता है.
- नेचुरल हिस्ट्री 37 भागों में है और इसमें भारत के भूगोल का उल्लेख छठे भाग में है.
- प्लिनी की यह पुस्तक मेगास्थनीज की इंडिका नामक पुस्तक पर आधारित है.
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सिकंदर के साथ आने वाले लेखकों में निर्यकस, आनेसिक्रटस एवं आरिस्टोबुलस के विवरण अधिक प्रामाणिक व् विश्वास करने योग्य नहीं है.
यात्रा के दौरान लिखी गई पुस्तकें
- हिस्टोरिका- हेरोडोटस
- इंडिका- मेगास्थनीज
- भारत का भूगोल- टॉलमी
- नेचुरल हिस्ट्री- प्लिनी
- पेरिप्लस ऑफ़ दी इरिथ्रयन सी- अज्ञात
- इस पुस्तक के लेखक के बारें में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है.
- यह लेखक लगभग 80 ई. में हिन्द महासागर की यात्रा पर आया था.
- इसने उस समय भारत के बंदरगाहों तथा व्यापारिक वस्तुओं के बारें में जानकारी दी है.
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यूनानी रोमन FAQ
Ans “हेरोडोटस” को “इतिहास का पिता” कहा जाता है.
Ans मेगास्थनीज सेल्यूकस निकेटर का राजदूत था.
Ans मेगास्थनीज चन्द्र गुप्त मौर्य के दरबार में करीब 14 साल तक रहा था.
Ans डाईमेकस सीरियन नरेश आन्तियोकस का राजदूत था.
Ans डाईमेकस यात्रा के दौरान बिन्दुसार के दरबार में आया था.
Ans डाईमेकस का भारत के बारें में विवरण भी मौर्य कालीन युग से संबंधित है.
Ans डयोनिसियस मिस्र नरेश फिलेडेफल्स का राजदूत था.
Ans डयोनिसियास भारत में यात्रा के दौरान सम्राट अशोक के दरबार में आया था.
Ans टॉलमी ने दूसरी शताब्दी में भारत के भूगोल नामक पुस्तक लिखी थी.
Ans प्लिनी ने प्रथम शताब्दी में नेचुरल हिस्ट्री नामक पुस्तक लिखी थी.
Ans नेचुरल हिस्ट्री 37 भागों में है.
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