शाहपुरा का गुहिल राजवंश | शाहपुरा की स्थापना महाराणा अमरसिंह प्रथम के पौत्र सुजानसिंह ने 1631 ई. में की थी। प्रारंभ में यहाँ का शासन मेवाड़ एवं मुगलों के नियंत्रण में रहा
शाहपुरा का गुहिल राजवंश
शाहपुरा की स्थापना महाराणा अमरसिंह प्रथम के पौत्र सुजानसिंह ने 1631 ई. में की थी। प्रारंभ में यहाँ का शासन मेवाड़ एवं मुगलों के नियंत्रण में रहा। 18वीं सदी के बाद यहाँ के शासकों ने अंग्रेजों से संधि कर ली।
यह भी देखे :- प्रतापगढ़ का गुहिल राजवंश
महारावल उम्मेदसिंह
शाहपुरा में जनजागृति लाने का कार्य शाहपुरा के शासक उम्मेदसिंह ने किया। उसने शाहपुरा में अनेक पाठशालाएं, विधवाश्रम और पुस्तकालय स्थापित किए। महाराजा आर्य समाज एवं रामस्नेही संप्रदाय से प्रभावित था।
यह भी देखे :- बांसवाड़ा का गुहिल राजवंश
अप्रैल, 1938 में रमेश चन्द्र ओझा, लादूराम व्यास एवं अभयसिंह ने शाहपुरा में ‘शाहपुरा प्रजामण्डल’ की स्थापना की।
1946 ई. में महाराजा ने गोकुललाल असावा के नेतृत्व में एक संविधान निर्मात्री समिति गठित की। जिसके अनुसार एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया, जिसमें गोकुललाल असावा प्रधानमंत्री और दौलतसिंह को मंत्री बनाया गया। सितम्बर, 1947 को गोकुललाल असावा के नेतृत्व में पूर्ण उत्तरदायी सरकार गठित की गई।
यह भी देखे :- हाड़ी रानी का बलिदान
शाहपुरा का गुहिल राजवंश FAQ
Ans – शाहपुरा की स्थापना सुजानसिंह ने की थी.
Ans – शाहपुरा की स्थापना 1631 ई. में की गई थी.
Ans – प्रारंभ में शाहपुरा का शासन मेवाड़ एवं मुगलों के नियंत्रण में रहा था.
Ans – शाहपुरा में जनजागृति लाने का कार्य शाहपुरा के शासक उम्मेदसिंह ने किया था.
Ans – रमेश चन्द्र ओझा, लादूराम व्यास एवं अभयसिंह ने शाहपुरा में ‘शाहपुरा प्रजामण्डल’ की स्थापना की थी.
Ans – अप्रैल, 1938 में शाहपुरा में ‘शाहपुरा प्रजामण्डल’ की स्थापना की गई थी.
आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद.. यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसन्द आया तो इसे अपने मित्रों, रिश्तेदारों व अन्य लोगों के साथ शेयर करना मत भूलना ताकि वे भी इस आर्टिकल से संबंधित जानकारी को आसानी से समझ सके.
यह भी देखे :- महाराणा फतेहसिंह