गोवा का इतिहास | History of Goa | क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे छोटा राज्य तथा जनसंख्या दृष्टि चौथा सबसे छोटा राज्य है. गोवा पूरी दुनिया में अपने प्रसिद्ध स्थापत्य कला तथा सुन्दर समुद्र के किनारों के लिये जाना जाता है.
गोवा का इतिहास | History of Goa
नाम का उद्भव
गोवा का इतिहास. पुर्तगाल का गोवा पहले एक उपनिवेश था. करीब 450 सालों तक गोवा पर पुर्तगालियों ने शासन किया तथा यह 19 दिसंबर 1961 में भारतीय प्रशासन को सौंपा गया था.
महाभारत में गोवा का उल्लेख गोपराष्ट्र यानी की गोपालकों के रूप में किया गया है. दक्षिणी कोंकण क्षेत्र का उल्लेख गोवाराष्ट्र के रूप में मिलता है. संस्कृत के अन्य पुरानों में गोवा का उल्लेख गोपकपूरी व गोपकपट्टनम के रूप में किया गया है. गोवा को बाद में कहीं-कहीं गोअंचल भी कहा गया है. अन्य नामों में गोवे, गोवापुरी, गोपकापाटन तथा गोमंत प्रमुख है.
टॉलमी ने गोवा का उल्लेख वर्ष 200 के आस-पास गोउबा के रूप में किया है. अरब के मथ्युगीन यात्रियों ने इस क्षेत्र को चंद्रपुर व चंदौर के नाम से इंगित किया है. यह मुख्य रूप से एक तटीय क्षेत्र था.
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जनश्रुति के अनुसार गोवा जिसमें कोंकण क्षेत्र भे सम्मलित है, की रचना भगवान परशुराम ने की थी. कहा जाता है की परशुराम ने एक यज्ञ के दौरान अपने बाणों की वर्षा से समुद्र को कई साथ्नों पर पीछे धकेल दिया था. लोगों का कहना है की इसी कारण आज भी गोवा में बहुत से स्थानों का नाम वाणावली, वाणस्थली है. उत्तरी गोवा में हरमल के पास आज के भूरे रंग के एक पर्वत को परशुराम के यज्ञ का स्थान बताया गया है.
गोवा का इतिहास
गोवा के लम्बे इतिहास की शुरुआत तीसरी सदी इसा पूर्व से होती है जब यहाँ मौर्य वंश की स्थापना हुई थी. 1312 ई. में गोवा पहली बार दिल्ली सल्तनत के अधीन हुआ था लेकिन विजयनगर के शासक हरिहर प्रथम द्वारा वहां से खदेड़ दिया था. अगले 100 वर्षीं तक विजयनगर के शासकों ने यहाँ शासन किया था.
1469 ई. में गुलबर्ग के बहामी सुल्तान द्वारा फिर से दिल्ली सल्तनत का हिस्सा बनाया गया था. 1510 ई. में पुर्तगालियों ने स्थानीय सहयोगी, तिमैया की मदद से सत्तारूढ़ बीजापुर सुल्तान युसूफ आदिल शाह को पराजित किया. उन्होंने वेल्हा गोवा में एक स्थायी राज्य की स्थापना की. यह गोवा में पुर्तगाली शासन का प्रारंभ था जो अगले साढ़े चार सदियों तक चला था.
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भारत ने 1947 ई. में अंग्रेजों से स्वतंत्रता हांसिल की थी, भारत ने अनुरोध किया की भारतीय उपमहाद्वीप में पुर्तगाली [प्रदेशों को भारत कप सौंप दिया जाए. लेकिन पुर्तगाल ने अपने भारतीय परिक्षेत्रों की संप्रभुता के बारें में बात करने से इंकार कर दिया.
पर 19 दिसंबर 1961 ई. को भारतीय सेना ने गोवा, दमन, दीव के भारतीय संघ में विलय के लिए ऑपरेशन विजय के साथ सैन्य संचालन किया व इसके बाद गोवा, दमन व दीव भारत का एक केंद्र प्रशासित क्षेत्र बना था. 30 मई 1987 ई. को केंद्र प्रशासित प्रदेश को विभाजित किया था, व गोवा को भारत का 25वां राज्य बनाया गया था. जबकि दमन व दीव केंद्र प्रशासित प्रदेश ही रहे थे.
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गोवा का इतिहास FAQ
Ans क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे छोटा राज्य गोवा है.
Ans जनसंख्या की दृष्टि भारत का चौथा सबसे छोटा राज्य गोवा है.
Ans गोवा पूरी दुनिया में अपने प्रसिद्ध स्थापत्य कला तथा सुन्दर समुद्र के किनारों के लिये जाना जाता है.
Ans करीब 450 सालों तक गोवा पर पुर्तगालियों ने शासन किया था.
Ans पुर्तगालियों ने गोवा को भारतीय प्रशासन को 19 दिसंबर 1961 को सौंपा था.
Ans महाभारत में गोवा का उल्लेख गोपराष्ट्र यानी की गोपालकों के रूप में किया गया है.
Ans टॉलमी ने गोवा का उल्लेख वर्ष 200 के आस-पास गोउबा के रूप में किया है.
Ans अरब के मथ्युगीन यात्रियों ने गोवा क्षेत्र को चंद्रपुर व चंदौर के नाम से इंगित किया है.
Ans गोवा के लम्बे इतिहास की शुरुआत तीसरी सदी इसा पूर्व से होती है.
Ans 1312 ई. में गोवा पहली बार दिल्ली सल्तनत के अधीन हुआ था.
Ans गोवा पर 1510 ई. में पुर्तगालियों ने अधिकार जमाया था.
Ans भारत ने 1947 ई. में अंग्रेजों से स्वतंत्रता हांसिल की थी.
Ans गोवा का भारतीय प्रशासन में विलय 19 दिसंबर 1961 ई. को कर दिया गया था.
Ans गोवा को 30 मई 1987 ई. को केंद्र प्रशासित प्रदेश से विभाजित किया गया था.
Ans गोवा को भारत का 25वां राज्य बनाया गया था.
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