मध्य प्रदेश का इतिहास | History of Madhya Pradesh | मध्य प्रदेश भारत का एक राज्य है, जिसकी राजधानी भोपाल है. मध्य प्रदेश 1 नवम्बर 2000 तक भारत का क्षेत्रफल की आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य था
मध्य प्रदेश का इतिहास | History of Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश भारत का एक राज्य है, जिसकी राजधानी भोपाल है. मध्य प्रदेश 1 नवम्बर 2000 तक भारत का क्षेत्रफल की आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य था. इस दिन मध्य प्रदेश से 16 जिले अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना की गई थी.
मध्य प्रदेश की सीमाएं पांच राज्यों से मिलती है. इसके उत्तर में उत्तर प्रदेश, दक्षिण में महाराष्ट्र, पूर्व में छत्तीसगढ़, पश्चिम में गुजरात तथा उत्तर-पश्चिम में राजस्थान है. मध्य प्रदेश मुख्य रूप से पर्यटन के लिए भी जाना जाता है.
मध्य प्रदेश का इतिहास पुरापाषाण युग से ही शुरू हो हुआ है. इसे मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है :-
प्राचीन मध्य प्रदेश
भीमबैठिका की गुफाएँ वर्तमान में मध्य प्रदेश में स्थित है. नर्मदा नदी घाटी के विभिन्न स्थानों पर पाषाण युग के कई उपकरण पाए गए है. एरान, कायथ, महेश्वर, नागदा व नवदतोली सहित कई जगहों पर ताम्रयुगीन स्थानों की खोज की गई है. कई स्थानों पर लगभग 30000 ईसा पूर्व के गुफा चित्रों की खोज की गई है. वर्तमान मध्य प्रदेश में मनुष्यों की बस्तियां मुख्य रूप से नर्मदा, चम्बल व बेतवा जैसी नदियों की घाटियों में विकसित हुई है.
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मध्यकालीन मध्य प्रदेश
हूणों के आक्रमण के बाद गुप्त वंश के शासकों का पतन होने लगा और भारतवर्ष छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट गया. मालवा के राजा यशोवर्मन ने गोर हूणों को हराया व उनके प्रचार को रोका था. थानेसर के राजा हर्षवर्धन ने अपनी मृत्यु से पहले उत्तर भारत को पुनर्गठित किया.
मालवा पर दक्षिण भारत के राष्ट्रकूट राजवंश का शासन 8वीं से 10वीं शताब्दी तक चला, मध्यकालीन समय में ही राजपूत, मालवा के परमार, बुंदेलखंड के चंदेल शासकों का अविर्भाव हुआ. खजुराहो के मंदिर का निर्माण चंदेल शासकों ने करवाया था.
परमार वंश के राजा भोजपाल बहुविद लेखक हुए थे. इसी के समय के आस-पास महाकौशल व गोंडवाना क्षेत्र में गोंड साम्राज्य का जन्म हुआ था. पश्चिमी मध्य प्रदेश पर 13वीं सदी में तुर्कों ने अपना शासन चलाया था. दिल्ली सल्तनत के पतन के बाद अन्य क्षेत्रीय राजाओं का अविर्भाव हुआ. इनमें ग्वालियर के गोमर वंश व मालवा की मुस्लिम सल्तनत प्रमुख थी.
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आधुनिक मध्य प्रदेश
स्वतंत्रता प्रप्तिके बाद मध्य प्रदेश को तीन भागों में बांटा गया था. भाग क, भाग ख व भाग ग. भाग क की राजधानी नागपुर व भाग ख की राजधानी ग्वालियर व भाग ग की राजधानी रीवा रखी गई थी.
1956 राज्य पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर मध्यप्रदेश का गठन भाषीय आधार पर किया गया था. उस समय मध्यप्रदेश में कुल 79 रियासतें थी. इसकी राजधानी भोपाल रखी गई थी. इस समय मध्यप्रदेश में 8 संभाग व 43 जिले थे.
26 जनवरी 1972 को दो नए जिले भोपाल व राजनंदगांव का गठन हुआ था. दिग्विजय सरकार ने 10 और जिलों के निर्माण का निर्णय लिया था. मै सिंहदेव कमेठी के आधार पर 6 और नए राज्यों का गठन किया गया था. इसी प्रकार 1998 ई. में मध्य प्रदेश के जिलों के संख्या 61 हो गई थी. छत्तीसगढ़ के गठन के समय मध्य प्रदेश से 16 जिले निकले गए थे. 15 अगस्त 2003 को तीन नए जिलों का निर्माण किया गया था.
वर्तमान मध्य प्रदेश में 52 जिले तथा 10 संभाग है. मध्यप्रदेश का 52 वां जिला निवाड़ी 1 अक्टूबर 202018 को अस्तित्व में आया था.
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मध्य प्रदेश का इतिहास FAQ
Ans मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल है.
Ans मध्य प्रदेश 1 नवम्बर 2000 तक भारत का क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य था.
Ans मध्य प्रदेश की सीमाएं पांच राज्यों से मिलती है.
Ans भीमबैठिका की गुफाएँ मध्य प्रदेश में स्थित है.
Ans मालवा पर दक्षिण भारत के राष्ट्रकूट राजवंश का शासन 8वीं से 10वीं शताब्दी तक चला था.
Ans खजुराहो के मंदिर का निर्माण चंदेल शासकों ने करवाया था.
Ans पश्चिमी मध्य प्रदेश पर 13वीं सदी तक तुर्कों ने अपना शासन चलाया था.
Ans स्वतंत्रता प्रप्तिके बाद मध्य प्रदेश को तीन भागों में बांटा गया था.
Ans मध्यप्रदेश के तीन भाग निम्न थे:- भाग क, भाग ख व भाग ग.
Ans राज्य पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर मध्यप्रदेश का गठन भाषीय आधार पर किया गया था
Ans गठन के समय मध्य प्रदेश में 79 रियासतें थी.
Ans गठन के समय मध्य प्रदेश में 43 जिले थे.
Ans गठन के समय मध्यप्रदेश में 8 संभाग थे.
Ans छत्तीसगढ़ के गठन के समय मध्य प्रदेश से 16 जिले निकले गए थे.
Ans वर्तमान मध्य प्रदेश में 52 जिले तथा 10 संभाग है.
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