तुर्की का इतिहास | history of turkey | यूरोप का मरीज तुर्की को कहा जाता है. पान इस्लामिज्म का नारा “अब्दुल हमीद द्वितीय” ने दिया था. युवा तुर्क आन्दोलन की शुरुआत अब्दुल हमीद द्वितीय के शासनकाल में 1908 थी. में हुई थी
तुर्की का इतिहास | history of turkey
यूरोप का मरीज तुर्की को कहा जाता है. पान इस्लामिज्म का नारा “अब्दुल हमीद द्वितीय” ने दिया था. युवा तुर्क आन्दोलन की शुरुआत अब्दुल हमीद द्वितीय के शासनकाल में 1908 थी. में हुई थी. प्रथम विश्व युद्ध के बाद तुर्की में भीषण अपमानजनक संधि सेब्र की संधि 10 अगस्त 1920 को की गई थी. मुस्तफा कमाल पाशा ने इसे मानने से इनकार कर दिया था.
आधुनिक तुर्क का निर्माता “मुस्तफा कमाल पाशा” को माना जाता है. इसे अतातुर्क [तुर्की के पिता] उपनाम से भी जाना जाता है. मुस्तफा कमाल पाशा की ओपचारिक जन्म तिथि 19 मई 1881 ई. में सेलेनिका में हुआ था.
यह भी देखे :- जर्मनी में नाजीवाद का उदय | Rise of Nazism in Germany
तुर्की की एकता व प्रगति समिति का गठन 1889 ई. में हुआ था. प्रारंभ में मुस्तफा कमाल पाशा एकता व प्रगति समिति के प्रभाव में आया था. एक सेनापति के रूप में मुस्तफा कमाल पाशा ने गल्लिपोती युद्ध में शानदार सफलता हांसिल की थी. इसके बाद 1919 ई. में मुस्तफा कमाल पाशा ने पद से इस्तीफा दे दिया था.
- 1919 ई. के के अखिल तुर्क कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन की अध्यक्षता मुस्तफा कमाल पाशा ने की थी. 1923 ई. में तुर्की व यूनान के मध्य लोजान की संधि हुई थी.
- 23 अक्टूबर 1923 ई. को तुर्क गणतंत्र की घोषणा की गई थी.
- मुस्तफा कमाल पाशा ने तुर्की में 3 मार्च 1924 ई. को खिलाफत को समाप्त कर दिया गया था.
- 20 अप्रैल 1924 ई. को तुर्की के नए संविधान की घोषणा की गई थी.
- तुर्की के नए गणतंत्र का राष्ट्रपति मुस्तफा कमाल पाशा हुआ था.
- रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी का संस्थापक मुस्तफा कमाल पाशा था.
यह भी देखे :- इटली का एकीकरण क्या है | unification of italy
मुस्तफा कमाल पाशा के द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्य निम्न है :-
- 1932 ई. में तुर्की भाषा परिषद की स्थापना.
- 1933 ई. में तुर्की में प्रथम पंचवर्षीय योजना को लागु करना.
- 1924 ई. में तुर्क को धर्म निरपेक्ष राज्य के रूप में स्थापित करना.
- इस्ताम्बुल में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना.
- ग्रेगोरियन कैलेण्डर का प्रचलन.
इस्ताम्बुल का पुराना नाम कुस्तुनतुनिया था. 25 नवम्बर 1925 ई. को तुर्क में टोपी औरतों को बुरका पहनने पर क़ानूनी प्रतिबन्ध लगाया गया था. कमाल पाशा की मृत्यु 1938 ई. में हुई थी.
यह भी देखे :- जर्मनी का एकीकरण | unification of germany
तुर्की का इतिहास FAQ
Ans यूरोप का मरीज तुर्की को कहा जाता है.
Ans पान इस्लामिज्म का नारा “अब्दुल हमीद द्वितीय” ने दिया था.
Ans युवा तुर्क आन्दोलन की शुरुआत अब्दुल हमीद द्वितीय के शासनकाल में 1908 थी.
Ans प्रथम विश्व युद्ध के बाद तुर्की में भीषण अपमानजनक संधि सेब्र की संधि 10 अगस्त 1920 को की गई थी.
Ans आधुनिक तुर्क का निर्माता “मुस्तफा कमाल पाशा” को माना जाता है.
Ans मुस्तफा कमाल पाशा को अतातुर्क [तुर्की के पिता] उपनाम से जाना जाता है.
Ans मुस्तफा कमाल पाशा का जन्म तिथि 19 मई 1881 ई. में सेलेनिका में हुआ था.
Ans तुर्की की एकता व प्रगति समिति व का गठन 1889 ई. में हुआ था.
Ans 23 अक्टूबर 1923 ई. को तुर्क गणतंत्र की घोषणा की गई थी.
Ans 20 अप्रैल 1924 ई. को तुर्की के नए संविधान की घोषणा की गई थी.
Ans तुर्की के नए गणतंत्र का राष्ट्रपति मुस्तफा कमाल पाशा हुआ था.
Ans रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी का संस्थापक मुस्तफा कमाल पाशा था.
Ans इस्ताम्बुल का पुराना नाम कुस्तुनतुनिया था.
Ans कमाल पाशा की मृत्यु 1938 ई. में हुई थी.
Ans 1932 ई. में तुर्की भाषा परिषद की स्थापना हुई थी.
आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद.. यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसन्द आया तो इसे अपने मित्रों, रिश्तेदारों व अन्य लोगों के साथ शेयर करना मत भूलना ताकि वे भी इस आर्टिकल से संबंधित जानकारी को आसानी से समझ सके.