खिलजी वंश की शासन व्यवस्था | Khilji dynasty rule | अलाउद्दीन ने भू-राजस्व की दर को बढाकर उपज का 1/2 भाग कर दिय था. इसने खम्स [लूट का धन] में सुल्तान का हिस्सा 1/4 भाग से बढाकर 3/4 भाग कर दिया था
खिलजी वंश की शासन व्यवस्था | Khilji dynasty rule
इसने व्यापारियों की बेईमानी को रोकने के लिए कम तौलने वाले व्यक्ति के शारीर से मांस काट लेने का आदेश दे दिया था.
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बाजार नियंत्रण के लिए अलाउद्दीन खिलजी द्वारा बनाए जाने वाले नवीन पद :-
- दीवान-ए-रियासत :- यह व्यापारियों पर नियंत्रण रखता था. यह बाजार नियंत्रण की पूरी व्यवस्था का संचालन करता था.
- शहना-ए-मंडी :- प्रत्येक बाजार में बाजार का अधीक्षक.
- बरीद :- बाजार के अन्दर घूमकर बाजार का निरक्षण करता था.
- मुनहियान व गुप्तचर :- गुप्त सूचना प्राप्त करता था.
दक्षिण भारत की विजय के लिए अलाउद्दीन ने मलिक काफूर को भेजा था. जमैयत खाना मस्जिद, अलाई दरवाजा, सीरी का किला व हजार खम्भा महल का निर्माण अलाउद्दीन ने करवाया था. अलाई दरवाजा को इस्लामी वास्तुकला का रत्न कहा जाता है.

दैवी अधिकार के सिद्धांत को अलाउद्दीन ने चलाया था. सिकंदर-ए-सानी की उपाधि से अलाउद्दीन ने स्वयं को विभूषित किया था. अलाउद्दीन ने मलिक याकूब को दीवान-ए-रियासत नियुक्त किया था. अलाउद्दीन द्वारा नियुक्त परवाना-नवीस नामक अधिकारी वस्तुओं की परमिट जारी करता था.
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- शहना-ए-मंडी : – यहाँ खाद्यानों को बिक्री के लिए लाया जाता था.
- सराए-ए-अदल :- यहाँ वस्त्र, शक्कर जड़ी-बूटी, मेवा, दीपक का तेल व अन्य निर्मित वस्तुएं बिकने के लिए आती थी.
अलाउद्दीन खिलजी की आर्थिक निति की व्यापक जानकारी जियाउद्दीन बरनी की कृति तारीखे फीरोजशाही से मिलती है. मूल्य नियंत्रण को सफल बनाने में मुहतसिब व नाजिर की महत्वपूर्ण भूमिका थी.
राजस्व सुधारों के अंतर्गत अलाउद्दीन ने सर्वप्रथम मिल्क, इनाम व वक्फ के अंतर्गत दी गई भूमि को वापस लेकर खालसा में बदल दिया था.
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खिलजी वंश की शासन व्यवस्था FAQ
Ans अलाउद्दीन ने भू-राजस्व की दर को बढाकर उपज का 1/2 भाग कर दिय था.
Ans खम्स [लूट का धन] में सुल्तान का हिस्सा 1/4 भाग से बढाकर 3/4 भाग कर दिया था.
Ans व्यापारियों की बेईमानी को रोकने के लिए कम तौलने वाले व्यक्ति के शारीर से मांस काट लेने का आदेश दे दिया था.
Ans दीवान-ए-रियासत :- यह व्यापारियों पर नियंत्रण रखता था. यह बाजार नियंत्रण की पूरी व्यवस्था का संचालन करता था.
Ans शहना-ए-मंडी :- प्रत्येक बाजार में बाजार का अधीक्षक.
Ans बरीद :- बाजार के अन्दर घूमकर बाजार का निरक्षण करता था.
Ans मुनहियान व गुप्तचर :- गुप्त सूचना प्राप्त करता था.
Ans दक्षिण भारत की विजय के लिए अलाउद्दीन ने मलिक काफूर को भेजा था.
Ans जमैयत खाना मस्जिद, अलाई दरवाजा, सीरी का किला व हजार खम्भा महल का निर्माण अलाउद्दीन ने करवाया था.
Ans अलाई दरवाजा को इस्लामी वास्तुकला का रत्न कहा जाता है.
Ans दैवी अधिकार के सिद्धांत को अलाउद्दीन ने चलाया था.
Ans सिकंदर-ए-सानी की उपाधि से अलाउद्दीन ने स्वयं को विभूषित किया था.
Ans अलाउद्दीन ने मलिक याकूब को दीवान-ए-रियासत नियुक्त किया था.
Ans अलाउद्दीन खिलजी की आर्थिक निति की व्यापक जानकारी जियाउद्दीन बरनी की कृति तारीखे फीरोजशाही से मिलती है.
Ans मूल्य नियंत्रण को सफल बनाने में मुहतसिब व नाजिर की महत्वपूर्ण भूमिका थी.
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