महाराजा शार्दुल सिंह | शार्दुलसिंह बीकानेर के राठौड़ वंश के शासक थे. इनके पिता का नाम महाराजा गंगा सिंह है. वे बीकानेर के अंतिम शासक थे
महाराजा शार्दुल सिंह
शार्दुलसिंह बीकानेर के राठौड़ वंश के शासक थे. इनके पिता का नाम महाराजा गंगा सिंह है. इनकी मां का नाम महारानी वल्लभ कंवरजी है. इनका जन्म 7 सितंबर 1902 ई. को हुआ था. वे बीकानेर के अंतिम शासक थे. शार्दूलसिंह का राज्याभिषेक 2 फरवरी 1943 ई. को किया गया था.
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ब्रिटिश सरकार की 3 जून, 1947 की योजना के अनुसार रियासतों को 15 अगस्त, 1947 के पूर्व भारत या पाकिस्तान में शामिल होने अथवा स्वतंत्र रहने के प्रश्न पर निर्णय लेना था। इन कठिन परिस्थितियों में बीकानेर महाराजा शार्दूलसिंह ने पहल कर 7 अगस्त को ‘इन्स्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन’ पर हस्ताक्षर कर दिये।

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इसका नतीजा यह हुआ कि 15 अगस्त के पूर्व ही भारतीय संघ की भौगोलिक सीमा में हैदराबाद और जूनागढ़ को छोड़कर अन्य सभी रियासतें एक-एक कर भारतीय संघ में शामिल हो गयीं। महाराजा के इस साहसपूर्ण कदम की सरदार पटेल ने तारीफ करते हुए अपने एक पत्र में महाराजा शार्दूलसिंह को लिखा कि देश की इस नाजुक घड़ी में उन्होंने राजाओं को समुचित नेतृत्व प्रदान कर देश की बड़ी सेवा की है।
शार्दूलसिंह बीकानेर के अंतिम शासक थे, जिन्होनें 30 मार्च 1949 ई. तक बीकानेर पर शासन किया था. क्योंकि इसके बाद में बीकानेर को संयुक्त राजस्थान में विलय कर दिया गया था. जो बाद में बीकानेर हाउस के प्रमुख के रूप में बने रहे थे. शार्दुल सिंह का देहांत 25 सितंबर 1950 ई. को हुआ था.
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महाराजा शार्दुल सिंह FAQ
Ans – शार्दुलसिंह के पिता का नाम महाराजा गंगा सिंह है.
Ans – शार्दुलसिंह की माता का नाम महारानी वल्लभ कंवरजी है.
Ans – शार्दुलसिंह का जन्म 7 सितंबर 1902 ई. को हुआ था
Ans – शार्दुलसिंह का राज्याभिषेक 2 फरवरी 1943 ई. को किया गया था.
Ans – शार्दुलसिंह ने 30 मार्च 1949 ई. तक बीकानेर पर शासन किया था.
Ans – बीकानेर के अंतिम शासक शार्दुलसिंह थे.
Ans – शार्दुलसिंह की मृत्यु 25 सितंबर 1950 ई. को हुई थी.
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