महाराणा जगतसिंह प्रथम | कर्णसिंह के बाद उसका पुत्र जगतसिंह-प्रथम महाराणा बना। महाराणा जगतसिंह का राज्याभिषेक 28 अप्रैल, 1628 ई. को किया गया था
महाराणा जगतसिंह प्रथम
कर्णसिंह के बाद उसका पुत्र जगत सिंह-प्रथम महाराणा बना। महाराणा जगत सिंह प्रथम का राज्याभिषेक 28 अप्रैल, 1628 ई. को किया गया था. महाराणा जगतसिंह के काल में जब देवलिया-प्रतापगढ़ के शासक जसवन्तसिंह ने मेवाड़ के प्रभाव को अपने राज्य से हटाने का प्रयत्न किया तो राणा ने जसवन्त तथा उसके लड़के मानसिंह को उदयपुर बुलाकर किसी गुप्त रीति से मरवा दिया।
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शाहजहाँ ने प्रतापगढ़ मेवाड़ से अलग कर दिया। उसके समय में डूंगरपुर, सिरोही और बाँसवाड़ा पर भी धावा बोला गया। महाराणा जगतसिंह के समय ही प्रतापगढ़ की जागीर मुगल बादशाह शाहजहाँ द्वारा मेवाड़ से स्वतंत्र करा दी गई। महाराणा का स्वर्गवास 10 अप्रैल, 1652 ई. को हुआ।
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जगतसिंह के निर्माण कार्य तथा अन्य प्रवृत्तियाँ :
उसने चित्तौड़ की मरम्मत करवाकर अपने वंश गौरव के प्रतीक को बचाये रखने की ख्याति अर्जित कर ली और अपनी सुरक्षा व्यवस्था के साधन को भी बढ़ा लिया। उसके द्वारा दिये हुए बड़े दानों में कल्पवृक्ष, सप्तसागर, रत्नधेनु और विश्वचक्र बड़े प्रसिद्ध हैं। काशी में ब्राह्मणों के लिए सोना भेजना और कृष्णभट्ट को भैंसड़ा गाँव देना उसकी दानशीलता के प्रमाण हैं।
जगन्नाथराय का उदयपुर में मन्दिर बनाकर तथा अनेक अन्य मन्दिरों को बनवाकर तथा जगमन्दिर और उदयसागर के महलों को बनवाकर राणा ने निर्माण कार्य के लिए अपनी रूचि का परिचय दिया। जगदीश मंदिर के पास वाला ‘धाय का मंदिर’ महाराणा की धाय नौजूबाई द्वारा बनवाया गया। उसने जगन्नाथ राय (जगदीश विष्णु) का भव्य पंचायतन मंदिर बनवाया। यह मंदिर अर्जुन की निगरानी और सूत्रधार (सुथार) भाणा और उसके पुत्र मुकुन्द की अध्यक्षता में बना। इस मंदिर की विशाल प्रशस्ति जगन्नाथ राय प्रशस्ति की रचना कृष्णभट्ट ने की।
महाराणा ने पिछोला में मोहनमंदिर और रूपसागर तालाब का निर्माण कराया। जगमंदिर में जनाना महल आदि बनवाकर उसका नाम अपने नाम पर ‘जगमंदिर’ रखा।
महाराणा जगतसिंह के पांच पुत्र थे- संग्रामसिंह, राजसिंह, अरिसिंह, अजयसिंह और जयसिंह। संग्रामसिंह कुंवरपदे में मर गया। अजयसिंह व जयसिंह निःसंतान मरे अरिसिंह को तीरोली का ठिकाना मिला। जगतसिंह के दूसरे पुत्र व उत्तराधिकारी राजसिंह का जन्म महाराणी जनादेबाई मेड़तसी के गर्भ से ई.स. 1629 को हुआ था।
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महाराणा जगतसिंह प्रथम FAQ
Ans – कर्णसिंह के बाद उसका पुत्र जगतसिंह-प्रथम महाराणा बना.
Ans – महाराणा जगतसिंह प्रथम का राज्याभिषेक 28 अप्रैल, 1628 ई. को किया गया था.
Ans – महाराणा जगत सिंह का स्वर्गवास 10 अप्रैल, 1652 ई. को हुआ था.
Ans – उदयपुर के जगन्नाथराय मन्दिर का निर्माण महाराणा जगत सिंह प्रथम ने करवाया था.
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