पल्लव राजवंश | Pallava dynasty | पल्लव वंश का संस्थापक सिंहविष्णु था. इसकी राजधानी कांची में थी. यह वैष्णव धर्मं का अनुनायी था. किरातार्जुनीयम भारवि सिंहविष्णु के दरबार में रहते थे
पल्लव राजवंश | Pallava dynasty
पल्लव वंश का संस्थापक सिंहविष्णु था. इसकी राजधानी कांची में थी. यह वैष्णव धर्मं का अनुनायी था. किरातार्जुनीयम भारवि सिंहविष्णु के दरबार में रहते थे. पल्लव वंश के प्रमुख शासक निम्न क्रमशः थे :- महेंद्र वर्मन प्रथम [600-630 ई.], नरसिंह वर्मन [630-668 ई.], महेंद्र वर्मन द्वितीय [668-670 ई.], परमेश्वर वर्मन प्रथम [670-700 ई.], नरसिंह वर्मन 2 [700-728 ई.], नन्दिवर्मन 2 [730-800ई.]
यह भी देखे :- हर्षवर्धन का परिचय तथा उसकी शासन व्यवस्था
मतविलास प्रहसन की रचना महेंद्र वर्मन ने की थी. महेंद्र वर्मन शुरू में जैन धर्म का अनुनायी थे, परन्तु बाद में तमिल संत अप्पर के प्रभाव में आकर शैव बन गया था.
महाबलीपुरम के एकाश्म मनीर जिन्हें रथ कहा गया है, उसका निर्माण नरसिंह वर्मन प्रथम के द्वारा किया गया था. रथ मंदिरों में सबसे छोटा रथ मंदिर द्रोपदी है जिसमें किसी प्रकार का अलंकरण नहीं मिलता है.
वतापिकोंड एवं महामल्ल की उपाधि नरसिंह प्रथम ने धारण की थी. इसके शासनकाल में चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत यात्रा पर आया था. परमेश्वर वर्मन प्रथम शैव मत का अनुनायी था. इसने लोकादित्य, एक्मल्ल, रणंजय, अत्यंतकाम, उग्रदंड, गुणाभाजन आदि उपाधियाँ धारण की थी. इसने मामल्ल्पुरम में गणेश मंदिर का निर्माण करवाया था.
यह भी देखे :- वाकाटक राजवंश | Vakataka Dynasty
परमेश्वर वर्मन प्रथम विद्याप्रेमी व इसने विद्याविनीत की उपाधि भी धारण की थी. अरबों के आक्रमण के समय पल्लवों का शासक नरसिंहवर्मन 2 था. उसने राजसिंह, आगमप्रिय व शंकरभक्त की उपाधियाँ धारण की थी. इसने कांची में कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण करवाया, जिसे राजसिद्धेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है. इसी मन्दिर के निर्माण से द्रविड़ स्थापत्य कला की शुरुआत हुई थी.
कांची के कैलाशनाथ मंदिर में पल्लव राजाओं व रानियों की आदमकद तस्वीरें लगी है. दशकुमारचरित के लेखक दंडी नरसिंह वर्मन 2 के दरबार में रहते थे. कांची के मुक्तेश्वर मंदिर तथा बैकुंठ पेरुमाल मंदिर का निर्माण नन्दिवर्मन 2 ने करवाया था.
यह भी देखे :- गुप्त काल की गुफाएं और रचनाएं
पल्लव राजवंश FAQ
Ans पल्लव वंश का संस्थापक सिंहविष्णु था.
Ans सिंहविष्णु की राजधानी कांची थी.
Ans सिंहविष्णु वैष्णव धर्मं का अनुनायी था.
Ans किरातार्जुनीयम भारवि सिंहविष्णु के दरबार में रहते थे.
Ans मतविलास प्रहसन की रचना महेंद्र वर्मन ने की थी.
Ans महेंद्र वर्मन शुरू में जैन धर्म का अनुनायी थे.
Ans महेंद्र वर्मन शुरू में शैव धर्म का अनुनायी था.
Ans तमिल संत अप्पर के प्रभाव में आकर महेंद्र वर्मन ने धर्म परिवर्तन किया था.
Ans रथ मंदिरों में सबसे छोटा रथ मंदिर द्रोपदी है.
Ans वतापिकोंड एवं महामल्ल की उपाधि नरसिंह प्रथम ने धारण की थी.
Ans परमेश्वर वर्मन प्रथम शैव मत का अनुनायी था.
Ans मामल्ल्पुरम में गणेश मंदिर का निर्माण परमेश्वर वर्मन प्रथम ने करवाया था.
Ans परमेश्वर वर्मन प्रथम ने विद्याविनीत की उपाधि धारण की थी.
Ans राजसिद्धेश्वर मंदिर के निर्माण से द्रविड़ स्थापत्य कला की शुरुआत हुई थी.
Ans राजसिद्धेश्वर मंदिर के निर्माण नरसिंहवर्मन 2 ने करवाया था.
यह भी देखे :- गुप्त साम्राज्य की शासन व्यवस्था
आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद.. यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसन्द आया तो इसे अपने मित्रों, रिश्तेदारों व अन्य लोगों के साथ शेयर करना मत भूलना ताकि वे भी इस आर्टिकल से संबंधित जानकारी को आसानी से समझ सके.