सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था part 2 | Delhi Sultanate | शकों को परगनों में विभाजित किया गया था. आमिल परगने का मुख्य होता था व मुशरिफ लगान निश्चित करने वाला अधिकारी. एक शहर या 100 गावों की देख-रेख मीर-ए-सदा नामक अधिकारी करता था.
सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था part 2
प्रशासन की सबसे छोटी इकाई ग्राम थी. गाँव में सबसे अधिक प्रभावशाली लोग खुत [छोटे जमींदार] व मुकद्दम [मुखिया] होते थे. ग्राम का एक पटवारी होता था.
सुल्तान की स्थाई सेना को खासखेल नाम दिया गया था. मंगोल सेना के वर्गीकरण की दशमलव प्रणाली को सल्तनत कालीन सैन्य व्यवस्था का आधार बनाया गया था. सल्तनत काल में बारूद की सहायता से गोला फैंकने की मशीन को मंगलीक तथा अर्राद कहा जाता था.
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अलाउद्दीन खिलजी ने इक्ता प्रथा को समाप्त किया था. इक्ता प्रथा की दुबारा शुरुआत फिरोजशाह तुगलक ने की थी. सल्तनत काल में अच्छी नस्ल के घोड़े तुर्की, अरब व रूस से मँगाए जाते थे. सल्तनत कालीन कानून शरीयत, कुरान व हदीस पर आधारित था.

मुस्लिम कानून के चार महत्वपूर्ण स्त्रोत थे :- कुरान, हदीस, इजमा व कयास. सुल्तान सप्ताह में दो बार दरबार में न्याय के लिए उपस्थित होता था. सल्तनत काल में लगान निर्धारित करने की मिश्रित प्रणाली को मुक्ताई कहा गया है.
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भूमि के नाप जोख के रखने के बाद क्षेत्रफल के आधार पर लगान के निर्धारण मसाहत कहलाता था. इसकी शुरुआत अलाउद्दीन ने की थी. पुर्णतः केंद्र के नियंत्रण में रहने वाली भूमि को खालसा भूमि कहा जाता था. अलाउद्दीन ने दान में दी गई अधिकांश भूमि को छीनकर खालसा में परिवर्तित कर दिया था.
सल्तनत मुद्रा व्यवस्था चांदी के टंके और तांबे के दिरहम पर आधारित थे. देवल सल्तनत काल में अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह के र्रोप में प्रसिद्ध था.
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सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था FAQ
Ans शकों को परगनों में विभाजित किया गया था.
Ans आमिल परगने का मुख्य होता था.
Ans लगान निश्चित करने वाला अधिकारी मुशरिफ कहलाता था.
Ans एक शहर या 100 गावों की देख-रेख मीर-ए-सदा नामक अधिकारी करता था.
Ans प्रशासन की सबसे छोटी इकाई ग्राम थी.
Ans सुल्तान की स्थाई सेना को खासखेल नाम दिया गया था.
Ans मंगोल सेना के वर्गीकरण की दशमलव प्रणाली को सल्तनत कालीन सैन्य व्यवस्था का आधार बनाया गया था.
Ans सल्तनत काल में बारूद की सहायता से गोला फैंकने की मशीन को मंगलीक तथा अर्राद कहा जाता था.
Ans अलाउद्दीन खिलजी ने इक्ता प्रथा को समाप्त किया था.
Ans इक्ता प्रथा की दुबारा शुरुआत फिरोजशाह तुगलक ने की थी.
Ans सल्तनत काल में अच्छी नस्ल के घोड़े तुर्की, अरब व रूस से मँगाए जाते थे.
Ans सल्तनत कालीन कानून शरीयत, कुरान व हदीस पर आधारित था.
Ans मुस्लिम कानून के चार महत्वपूर्ण स्त्रोत थे :- कुरान, हदीस, इजमा व कयास.
Ans सल्तनत काल में लगान निर्धारित करने की मिश्रित प्रणाली को मुक्ताई कहा गया है.
Ans पुर्णतः केंद्र के नियंत्रण में रहने वाली भूमि को खालसा भूमि कहा जाता था.
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